Monday, May 25, 2009

बरबाद मौहब्बत की दुआ साथ लिए जा

बरबाद मौहब्बत की दुआ साथ लिए जा
टूटा हुआ इक़रार-ए-वफ़ा साथ लिए जा
एक दिल था जो पहले ही तुझे सौंप दिया था
यह जान भी, ऎ जान-ए-अदा ! साथ लिए जा
तपती हुई राहों से तुझे आँच न पहुँचे
दीवानों के अश्कों की घटा साथ लिए जा
शामिल है मेरा ख़ून-ए-जिगर तेरी हिना में
यह कम हो तो अब ख़ून-ए-वफ़ा साथ लिए जा
हम जुर्म-ए-मौहब्बत की सज़ा पाएंगे तन्हा
जो तुझ से हुई हो वह ख़ता साथ लिए जा

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